बारां, 14 मार्च। जिला कलक्टर नरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्यान्न लेने वाले अपात्र सरकारी कार्मिकों से शत प्रतिशत वसूली की जानी चाहिए साथ ही जो लोग राशि जमा नहीं करा रहे हैं संबंधित विभागों द्वारा उन कार्मिकों के मार्च माह के वेतन से कटौती की जानी चाहिए।
जिला कलक्टर सोमवार को आवश्यक सेवाओं संबंधी साप्ताहिक बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में जिला रसद अधिकारी संध्या सिन्हा ने बताया कि जिले में एनएफएसए के तहत खाद्यान्न लेने वाले अधिकतम सरकारी कर्मचारियों से वसूली कर ली गई है लगभग 150 कार्मिक शेष है जिनसे खाद्यान्न की राशि वसूल की जानी है। कृषि उपनिदेशक अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि पीएम फसल बीमा योजना के तहत इंश्योरेंस कम्पनी की आनाकानी के कारण किसानों को फसल बीमा का क्लेम प्रदान करने में समस्या आ रही है। इस पर जिला कलक्टर ने इंश्योरेंस कम्पनी के प्रतिनिधि को बुलवाकर अलग से मिटिंग करने के निर्देश प्रदान किए। सीएमएचओ डॉ. संपतराज नागर ने बताया कि जिले में कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज का 100 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है जबकि द्वितीय डोज का 88 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण हुआ है जिसे प्रतिदिन 5 हजार वैक्सीन लगाते हुए पूर्ण किया जाएगा। इसी क्रम में 15 से 17 वर्ष के आयु के 70 प्रतिशत बच्चों का वैक्सीनेशन पूर्ण हुआ है। इस पर जिले कलक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं सीएमएचओ को निर्देश दिए कि जिले के समस्त सैकण्डरी एवं सीनियर सैकण्डरी विद्यालय में 16 मार्च को विशेष अभियान के तहत शेष रहे बच्चों को वैक्सीन लगाने का कार्य पूर्ण किया जाए।
बैठक में आयुक्त नगर परिषद ने प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत पट्टा वितरण, शहर में सफाई व स्वच्छता के लिए 60 वार्डों में 35 टीपर कार्यरत हैं कचरा संग्रहण हेतु 15 नये टीपर क्रय किए गए हैं। जिला कलक्टर ने शहर में पॉलीथिन के विरूद्ध अभियान के लिए एसडीएम, पुलिस उपाधीक्षक एवं आयुक्त नगर परिषद के नेतृत्व में दल बनाकर अभियान चलाने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम बृजमोहन बैरवा ने राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों की जानकारी देते हुए शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। इसी क्रम में सीएमओ से प्राप्त शिकायतों एवं लाईन्स पोर्टल के तहत लंबित प्रकरणों के निस्तारण के लिए भी निर्देश प्रदान किए। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।