
बारां 5 नवंबर। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दौरे को बिना वजह और निरर्थक तथा दिशाहीन बताते हुए उसे एकदम “फ्लॉप शो बताया है।
भाजपा मीडिया विभाग के जिला प्रमुख राजेंद्र शर्मा एवं शहर प्रवक्ता सचिन सनाढ्य ने बताया कि गहलोत के फ्लॉप दौरे को लेकर भाजपा पदाधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई । बैठक में भाजपा नेताओं ने बताया कि अपने बारां दौरे के दौरान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा न तो विकास के विषय पर कोई चर्चा की गई और ना ही बिजली, पानी ,सड़क, शिक्षा, चिकित्सा, परवन वृहद सिंचाई परियोजना तथा किसानों के कर्जे माफ करने एवं फसल खराबे के मुआवजे को लेकर कोई बात की , ना ही बेरोजगारी भत्ते तथा रोजगार, सीवरेज योजना एवं स्थानीय नगर परिषद की कार्यप्रणाली सहित आदि विषयों पर कोई प्रकाश डाला।
भाजपा जिलाध्यक्ष जगदीश मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दौरे को पूर्णतया विफल बताते हुए कहा कि जिले के हालात अत्यंत दयनीय स्थिति में चल रहे हैं ना बिजली की व्यवस्था ठीक है,, ना पानी का वितरण सही है और ना ही जर्जर सड़को हालातों में कोई सुधार हो पाया है। उन्होंने कहा कि कोटा – बारां -झालावाड़ 3 जिलों के किसानों की फसलों को सिंचित करने के लिए वसुंधरा राजे सरकार में स्वीकृत हुई परवन वृहद सिंचाई परियोजना का निर्माण कार्य लगभग बंद जैसी अवस्था में पड़ा हुआ है इसके बारे में भी मुख्यमंत्री गहलोत ने जिक्र तक नहीं किया और तो और पूरे जिले में अवैध खनन और मिट्टी के माफियाओं की जबरदस्त सक्रियता है बल्कि स्थिति यहां तक बन गई है कि घरेलू कार्य के लिए भी किसानों को मिट्टी इत्यादि लाने की इजाजत नहीं है। इन माफियाओं की रोकथाम तथा अंकुश लगाने के लिए गहलोत ने कोई चर्चा नहीं की ।
उन्होंने कहा कि गहलोत इधर-उधर की बातों में भीड़ को उलझाते रहे परंतु कोई मुद्दे की बात नहीं कर पाए। उन्होंने न तो किसानों के कर्जे माफी एवं फसल खराबे के मुआवजे की बात की और ना ही बेरोजगारी पर खुलकर बोले। मीणा ने कहा कि पूर्व में भी झालावाड़ रोड पर तीन तीन बार आर ओ बी के निर्माण हेतु भूमि पूजन और शिलान्यास का नाटक किया जा चुका है परंतु धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ जिससे आमजन भी पूरी तरह वाकिफ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत के आगमन से पूर्व एक बार फिर जनता को भ्रमित करने के लिए स्थानीय मंत्री एवं कांग्रेस के नेताओं ने पुनः भूमि पूजन व शिलान्यास कर डाला?
पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश विजय ने मुख्यमंत्री गहलोत के आगमन को लेकर जुटाई गई भीड़ के बाबत स्थानीय कांग्रेस के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जुगत से जुटाई भीड़ से केवल मात्र तालियां बजवाई और संख्याबल का दिखावा किया है। उन्होंने कहा कि केवल अपने नंबर और नज़दीकियां बढ़ाने की दृष्टि से कांग्रेस के नेताओं ने भीड़ जुटाने के हर संभव प्रयास किए हैं परंतु वह सार्थक नहीं हो पाए हैं क्योंकि गहलोत ने मुद्दों पर कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि अजा-जजा छात्रों की छात्रवृत्ति बंद किए जाने के संदर्भ में भी कोई चर्चा नहीं करके अपेक्षित छात्रों को निराश ही किया है। विजय ने कहा कि गहलोत अपने द्वारा किए गए वादे को ही भूल गए, उन्होंने विधानसभा चुनाव उपरांत कहा था कि 5 साल तक बिजली की दरों को नहीं बढ़ाया जाएगा लेकिन यह सब केवल भ्रमजाल तब साबित हुआ जब सरचार्ज पर सरचार्ज प्रति यूनिट बढ़ाते हुए आम नागरिकों पर आर्थिक बोझ डाल दिया। आज स्थिति यह है कि पूरे देश में सबसे अधिक बिजली की दरें राजस्थान में है।
बैठक में उपस्थित पूर्व जिलाध्यक्ष नरेशसिंह सिकरवार, जिला महामंत्री ब्रह्मानंद शर्मा, रामपाल मेघवाल, जिला उपाध्यक्ष राकेश जैन, सारिका सिंह चौहान, गोविंद सिंह चौहान, उप जिला प्रमुख छीतर लाल मेघवाल ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने जनता से जुड़ी हुई मूलभूत समस्याओं के निस्तारण पर कोई ध्यानाकर्षण नहीं किया, भाजपा सरकार में शुरू हुई अमृत सिटी योजना 4 साल पूर्ण होने के उपरांत भी संपादित नहीं हो पाई है, सीवरेज योजना के अंतर्गत पूरा शहर खोदकर पटक दिया, यह कार्य आधी अधूरी स्थिति में पड़ा हुआ ही नहीं बल्कि अब इस योजना अब ठंडे बस्ते में डाल दिया है ,इस पर भी गहलोत कुछ नहीं बोले। भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपनी राजनीतिक जमीन दरकने का एहसास हो चुका है और वह आनन-फानन में केवल घोषणाएं करने में जुट गए हैं आम जनता उनकी असलियत जान चुकी है जबकि जिला मुख्यालय सहित जिले भर की धूल उड़ाती गड्ढों से भरी सड़कें तथा पानी, बिजली, शिक्षा ,स्वास्थ्य की समस्याएं जस की तस बनी हुई है । जर्जर सड़कों से उड़ती धूल आम नागरिकों के लिए बीमारी का सबब भी बन गई है।