उप कारागृह छबड़ा का आकस्मिक मासिक निरीक्षण किया गया ।
समिति छबड़ा के पैनल में से अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जा सके। जेल में कैदियों के पास पैरवी करने के लिए अधिवक्ता उपलब्ध नहीं होने पर उन्हें विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी गई ओर जेलर को निर्देश दिए कि अगर किसी बंदी का कोई अधिवक्ता नही हो तो उसका फॉर्म भरवाकर सम्बंधित न्यायालय में भेजे ताकि उसको विधिक सहायता के तहत निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जा सके। जेल में निरुद्ध महिला बंदियों के बारे में पूछा गया तो बताया गया कि सब जेल छबड़ा पर कोई महिला बंदी नहीं है और ना ही कोई अव्यस्क बंदी है। जेलर सिसोदिया ने बताया कि जेल के बंदियों को पिछले 1 महीने से श्री रामरतन काची द्वारा प्रातः काल योगा करना सिखाया गया हैँ, जिससे सभी बंदी स्वयं ही प्रातः योगा कर लेते हैं। जेलर द्वारा बंदियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा हैँ। निरीक्षण के समय रुचिका शर्मा उपस्थित पाई गई जो बंदियों की जांच के लिए प्रतिदिन सुबह दस बजे आती हैँ। निरीक्षण के समय तालुका विधिक सेवा समिति सचिव हनुमान सहाय मीना एवं आशु साहू उपस्थित रहे।