पुलिस अधीक्षक बारां राज कुमार चौधरी ने बताया कि दिनांक 25.05.2023 को फरियादी श्री रामदयाल पुत्र रोडीलाल जाति धोबी निवासी कृश्णविहार कोलोनी छबडा ने एक रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि मैं कृष्ण विहार कोलोनी छबड़ा का रहने वाला हूं। मेरे पांच लडके व दो लडकियां है। लडडू मेरे चोथे नम्बर की संतान है। कल दिनांक 24.5.2023 को मेरे साले जमनालाल जी निवासी कृष्ण विहार कोलोनी छबड़ा के घर पर महिला संगीत का प्रोग्राम था। मै व मेरी पत्नि तथा मेरा लडका लडडू व उसकी पत्नि मनभरबाई भी उस प्रोग्राम में गये हुये थे। हम सभी रात्रि करीब 12 बजे प्रोग्राम में से घर आ गये थे। मेरा लडका लडडू व उसकी पत्नि मनभर अपने मकान पर चले गये थे तथा मैं व मेरी पत्नि छोटे लडके अरविंद के मकान पर आ गये। सुबह मेरे लड़के लडडू की पत्नि रोती हुई मेरे छोटे लड़के के घर पर आई जिसने कहा कि वो उठ नहीं रहे हैं चलो चलकर देखो क्या हुआ है इस पर मैं मेरे लडके लडडूलाल के घर पर गया तो देखा कि मेरा लड़का लडडूलाल कमरे में पड़ा हुआ था जिसके सिर पर पीछे की तरफ खून निकल रहा था जिसको हिला कर देखा तो उसकी मृत्यु हो चूकी थी । इत्यादि रिपोर्ट पर अज्ञात में हत्या का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।
टीम गठन:- पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रकरण को गंभीरता से लेते आरोपियों की तुरन्त गिरफ्तारी हेतु जिनेन्द्र कुमार जैन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बारां के निर्देशन व पूजा नागर वृताधिकारी वृत छबड़ा के सुपरवीजन में छुट्टनलाल पु०नि० थानाधिकारी थाना छबड़ा एवं सत्येन्द्र सिंह हैड कानि0 प्रभारी साइबर सैल बारां की विशेष टीम का गठन किया गया।
खुलासा:- गठित पुलिस टीम के द्वारा तकनीकी साक्ष्य एवं आसूचना के आधार पर संदिग्ध आरोपीगण मृतक की पत्नि मनभर बाई से गहनता से की गई तो मनभर ने अपने प्रेमी ओमप्रकाश गाडरी निवासी बिंदाराडी थाना छबड़ा के साथ मिलकर अपने पति लडडूलाल की गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया जिन्हें गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। प्रकरण हाजा की मुलजिमा मनभर बाई ने बताया कि मैं कस्बा छबड़ा में रहकर झाड़ू-पोंचा का काम करती हूं तथा मेरा पति लडडूलाल कपड़ों की प्रेस की दुकान करता है। आज से करीबन 2 साल पहले की बात है मैं कस्बा छबड़ा निवासी कपडा
व्यवसायी के घर पर झाडू-पोंचा का काम करती थी उसी कपड़ा व्यवसायी की दुकान पर ओमप्रकाश काम करता था ओमप्रकाश कपडा व्यवसायी के घर पर किसी काम से आता-जाता रहता था तो मैं वहीं मकान पर झाडू पोंचा करती रहती थी तो वहां पर मेरा ओमप्रकाश से सम्पर्क हो गया उसके बाद हम दोनों की बातचीत होने लग गई। मनभर बाई ने बताया कि मेरा पति मृतक लडडू हमारे बीच की बाधा बन रहा था जिसको रास्ते से हटाने की योजना बनाई। दिनांक 24.5.2023 को पडोस में रिश्तेदारी में महिला संगीत का कार्यक्रम था जिसमें सभी लोग गये हुये थे मनभर ने अपने प्रेमी ओमप्रकाश को बोल दिया कि हम सभी प्रोग्राम में जा रहे है आप आकर मकान की छत पर छिप जाना इस पर रात्रि में ओमप्रकाश आकर मकान की छत पर छिप गया। उसके बाद मनभर और उसका पति रात्रि में करीबन 12 बजे आकर सो गये लडडूलाल की नींद लग गई फिर ओमप्रकाश छत से उतरकर नीचे कमरे में आ गया और मनभरबाई व ओमप्रकाश ने दोनों ने मिलकर लडडूलाल के मुंह में कपड़ा भरकर स्वयं की साड़ी से गले को दबाकर हत्या कर दी उसके बाद ओमप्रकाश अपने गांव बिंदाराडी चला गया। तकनीकि व आसूचना संकलन कर ब्लाईन्ड मर्डर के प्रकरण का पर्दापाश करने में सत्येन्द्र सिंह हैड कानि० प्रभारी साइबर सैल की विशेष भूमिका रही है।