छबड़ा:मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने शनिवार को एक दर्जन से अधिक विधालयों का निरीक्षण किया।कनिष्ठ लिपिक अबरार अहमद के अनुसार शनिवार के निरीक्षण में हनुवतखेड़ा, खेड़ली मजरा,बटावदा पार,सीनियर स्कूल गोड़िया मेहर,सीनियर स्कूल भूलोंन ओर प्राथमिक विद्यालय कंजर कॉलोनी का भी आकस्मिक निरीक्षण किया,सभी विद्यालयों को प्रवेशोत्सव,प्रार्थना सभा में वाद यंत्रों का प्रयोग करने ओर 5 मिनिट शारीरिक स्वास्थ्य अपडेशन के लिए योगाभ्यास ओर प्राणायाम भी कराने पर पूरा ध्यान देने को कहा गया।सम्पूर्ण ब्लॉक में सभी विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने और हर मंगलवार को स्कूल हेल्थ प्रोग्राम के बारे में बालकों को हेल्थ की जानकारी देनें के साथ-साथ राजकीय विद्यालयो में वर्षात के मौषम में बनने वाले मिडडे मिल की रसोई की साफ-सफाई का एवं भोजन ओर मसालों में कीड़े,मकोड़े नही पड़े इसके लिए उन्हें डिब्बों में सुरक्षित रखने आटे को पीपों या बक्शों में रख सामान को सुरक्षित रखने, पोषाहार में उचित मात्रा में तेल,मसालों का प्रयोग कर भोजन को गुणवत्तापूर्ण बनाने के निर्देश भी प्रदान किये गये।सीबीईओ मीणा को निरीक्षण के दौरान कुछ विद्यालय में एमडीएम की व्यवस्था अच्छी नही मिलने पर पीईईओ के समक्ष नाराजगी प्रकट कर अधीनस्थ विद्यालयों का साप्ताहिक एमडीएम निरीक्षण करने को कहा गया।मीणा को बालकों से शिकायत मिलती है कि शिक्षक बालकों को मिडडे मिल के बारे में सच बोलने से रोकते है इस पर कुछ विद्यालय में प्रभारियों ने सीबीईओ से बालकों के दुग्ध नही पीने की बात कहि गयीं। इस पर मीणा ने कहा कि बालकों को मुख्य मंत्री बाल गोपाल दुग्ध योजना की उपयोगिता के बारे में ओर दुग्ध के शारीरिक पोषण के बारे में सही जानकारी देकर इसका संचालन उचित ढंग से करने को कहा गया।मिडडेमील में बालक-बालिकाओं को फल नही दिये जा रहे जो उचित नही है मीणा ने कहा कि भविष्य में गलती मिलने पर ऐसे बिलों को रिकवरी में रखा जावेगा। मीणा ने फलों का वितरण विभागीय निर्देशानुसार ही करने के निर्देश दिये गये। बालकों को विजिट के दौरान स्कूल की शिकायत करने और सत्य बोलने पर किसी शिक्षक ने रोका ओर बालकों की सत्यमेव जयते की आवाज़ को दबाने की कोशिश की तो संस्था प्रधान ओर उस शिक्षक और मिडडे-मिल प्रभारी के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही होगी।एमआईएस गोविंन्द गुर्जर के अनुसार बटावदा पार में एक निजी विद्यालय बिना मान्यता चलने ओर दूसरे स्कूल के रजिस्ट्रेशन पर पिछले वर्षों से परीक्षा दिलाने की सूचना मिल रही है,परन्तु ग्राम में पहुंचने पर 2 बार विद्यालय बन्द मिला। आगामी जांच में विधालय बन्द मिला ओर शिकायत सत्य पायी जाती है तो आगामी निरीक्षण में विद्यालय को शील कर पुलिस कार्यवाही के साथ विभागीय कार्यवाही भी की जावेगी।मीणा ने कहा कि ऐसे विद्यालय में कोई अभिभावक अपने बालकों को पढ़ाता है तो वो मान्यता की जांच अवश्य कर लेवें,कस्बे में भी एक स्कूल के द्वारा एक जगह से दूसरी जगह बिना मान्यता के ब्रांच खोलने की जानकारी मिल रही है। स्कूल की अन्यत्र ब्रांच खोलने से पहले स्कूल के संचालक शिक्षा विभाग से ऐसी ब्रांच की स्वीकृति लेवें।अभिभावकों को सावधान किया जाता है कि ऐसे विद्यालय में शिक्षण के समय कोई घटना कारित होती है तो विभाग जिम्मेदार नही होगा।किसी भी निजी विद्यालय में प्रवेश लेने से पूर्व अभिभावकों को स्कूल की मान्यता ओर जगह,स्थान से समन्धित जानकारी अवश्य ले लेनी चाहिए।