बारां 26 सितम्बर। खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि मेला हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। इसे सहेजना हमारा कर्त्तव्य है। प्रथम चरण में डोल तालाब के नवनिर्माण और सौंदर्यीकरण में 25 करोड़ 25 लाख रूपए खर्च किए जा चुके हैं। जिससे तालाब का स्वरूप निखर आया है। दूसरे चरण में 50 करोड़ रूपए और खर्च किए जाएंगे। जिससे यह बारां में पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकेगा। इससे हमारे डोल मेले को एक नई पहचान मिल सकेगी। मंत्री भाया मंगलवार को यहां डोल मेला रंगमंच पर मेले के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इनकी सरकार में कोई एक भी उल्लेखनीय कार्य हुए हां तो बताएं। धर्म की आड़ लेकर जनता को भ्रमित करने से विकास नहीं होता। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह ने अपने कार्यकालों में बारां को क्या दिया, सब जानते हैं। रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर भी यहां मंत्री रहे। उन्होंने बारां को क्या दिया, यह भी सबको पता है। भाया ने प्रमुख धार्मिक स्थलों, मेडिकल कॉलेज, रामगढ़ माताजी की पुलिया निर्माण स्मेत अन्य कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि आप इनके झूठे वादों व प्रलोभन में न आने आएं। इन्होंने सिर्फ लोगों को जाति-धर्म के नाम पर बांटा है। काम कुछ किया नहीं है। जबकि हमने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में इतने विकास कार्य करवा दिए, जिनकी फेहरिस्त बहुत लम्बी है। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक है। किसी के बहकावे में नहीं आना है। बारां के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
विकास के नए सोपान तय किए बारां नेः मेघवाल
विशिष्ट अतिथि विधायक पानाचंद मेघवाल ने मंत्री भाया द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यां का वर्णन करते हुए आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर अनर्गल टीका टिप्पणी कर ओछी मानसिकता का परिचय दिया जा रहा है। भाजपा व उसके समर्थिक लोग केवल कमियां निकालना जानते हैं। उन्हें विकास कार्य नजर नहीं आता। जबकि जिले में मंत्री भाया के अथक प्रयासों से बारां विकास के नए सोपान तय कर रहा है।
-डोल मेले से बारां जिले को मिली विशेष पहचान
विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया ने कहा कि डोल मेले से बारां जिले को विशेष पहचान मिली है। पहले जगह छोटी पड़ती थी। लेकिन अब इसकी कोई कमी रहेगी। क्योंकि डोल तालाब का नव निर्माण और सौंदर्यीकरण से इसमें चार चांद लग जाएंगे। समारोह को अध्यक्षता कर रहे बीसूका क्रियान्वयन समिति उपाध्यक्ष रामचरण मीणा ने भी संबोधित किया। सभापति ज्योति पारस ने कहा कि इस बार भी मेला पूरी भव्यता के साथ भरेगा। उन्होंने डोल तालाब के विकास के लिए मंत्री भाया के साथ-साथ जिला प्रमुख व विधायक मेघवाल का आभार जताया।
व्यापारियों व मेलार्थियों को कोई असुविधा नहीं होगीः मेलाध्यक्ष
मेलाध्यक्ष शिवशंकर यादव ने कहा कि व्यापारियों एवं मेलार्थियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। पुलिस और प्रशासन के साथ परिषद के अधिकारी एवं कर्मचारी व्यवस्था संभाले हुए है। इससे पूर्व अतिथियों का सभापति ज्योति पारस, उपसभापति नरेश गोयल पैंतरा, मेलाध्यक्ष शिवशंकर यादव, आयुक्त बृजेश रॉय समेत पार्षदों, अधिकारियों व कर्मचारियों ने माल्यार्पण, बुके, साफाबंधी, शॉल, श्रीफल व भेंट देकर स्वागत किया। समारोह में पूर्व सभापति कैलाश पारस, वहीद भाई, चितरंजन पाठक आदि गणमान्य लोगों समेत बड़ी संख्या में शहरवासी व कांग्रेसजन मौजूद थे।
जिला प्रमुख व विधायक ने किया उद्घान व लोकार्पण-
जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया, विधायक पानाचंद मेघवाल व बीसूका क्रियान्वयन समिति उपाध्यक्ष रामचरण मीणा ने तालाब की पाल पर कंट्रोल रूम के पास मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की। इसके बाद झंडारोहण कर मेले का विधिवत उद्घाटन किया। यहां सभापति ज्योति पारस एवं मेलाध्यक्ष शिवशंकर यादव समेत पार्षदों ने अतिथियों का बैंडबाजों के साथ पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। तेज धूप व गर्मी के बावजूद स्काउट गाइड्स ने अतिथियों को सलामी दी।
12 अक्टूबर तक चलेगा मेला-
मेलाध्यक्ष शिवशंकर यादव ने बताया कि इस उद्घाटन के साथ ही जलझूलनी एकादशी महोत्सव का आगाज हो गया। मेले का समापन 12 अक्टूबर को किया जाएगा। मेला रंगमंच पर प्रतिदिन रात्रि को आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन, मुशायरा व कव्वाली का आयोजन होगा।