छबड़ा:मुख्यालय से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर है भुवाखेड़ी ग्राम पंचायत मुख्यालय,जहां की युवा टीम नें अपनी,मेहनत और लगन से कर दिया कमाल।ग्राम के युवाओं ने देखा कि विगत कई वर्षों से आमजन ओर किसानों नें खेती में आधुनिक यंत्रों से काम करना शुरू किया तब से गो से उतपन्न,नंदी बैल की उपयोगिता घट गयीं,जिससे देशी गई वंश का पालन-पोषण धीरे-धीरे बन्द हो गया और गाय जिसे हम गोमाता कहते है उसे अनुपयोगी मान घर से निकाल सड़कों के हवाले कर दिया।युवाओं ने देखा कि देशी गोवंश दर-दर की ठोकरें खा रहा है और भूख और प्यास से दम तोड़ रहा है।ग्रामीण युवाओ ने कमेटी बना ग्राम सहित सभी से जन सहयोग मांग और ग्राम के निकट खसरा नम्बर 30 जो गैर मुमकिन पहाड़ भूमि थी,जिसपर लोग अतिक्रमण कर रहे थे,उस भूमि को आपसी समझ बुझ से अतिक्रमण हटा,प्रशासन से खाटूश्याम गो शाला के नाम जमीन आवंटन की मांग के साथ,स्वयं के बलबूते गोशाला निर्माण कार्य शुरू किया गया युवाओ की मेहनत रंग लाई,अब पशु बाड़े के निर्माण के साथ,चारे,पानी का इंतजाम किया जा रहा है।अब तक ग्राम के युवाओं ने लगभग 25 लाख की लागत से भूमि समतलीकरण ओर चारे के भंडारण के लिए बड़ा होल तो निर्मित कर लिया लेकिन अब पैसे के अभाव में उसके ऊपर टीन शेड नही लग पा रहा है,सरकार या क्षेत्र के बड़े दानदाता ध्यान देवे तो मेहनत से इकठ्ठा किया पशु,चारा,भूसा वर्षात में खराब नही हो,टीन शेड लग जावें।खाटूश्याम गो शाला समिति नें आवाहन किया कि क्षेत्र के लोग गो शाला में लावारिश गोवंश को लावे साथ ही उनके चारा-पानी की राशि प्रदान कर उन्हें गोद लेकर,पुण्य लाभ कमावें,सरकार से भी अनुरोध है कि गोशाला को जमीन आवंटन कर,आर्थिक मदद प्रदान करने में अपनी स्वेच्छिक भूमिका निभावें,मार्गदर्शन प्रदान कर,सहयोगी बनें,छबड़ा क्षेत्र के सभी क्षेत्रवासी ओर विभागों के अधिकारी,कर्मचारी भी गो शाला पदारे,निरीक्षण करें और गो शाला निर्माण के साथ गोवंश के चारे,पानी और उनके निवास गृह बनाने में ओर खाली पड़ी भूमि पर पौधारोपण करने में भी अपना स्वेच्छिक योगदान समिति को प्रदान करें।