छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी ने छबड़ा क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार वितरण में हो रही अनियमितता व भ्रष्टाचार की जांच करने की सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रो पर सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2022 से बच्चों एवं गर्भवती महिलाओ को वितरित करने वाली खाद्य सामाग्री में परिवर्तन किया गया था परन्तु महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आज तक आंगनबाड़ी केन्द्रो पर परिवर्तित मेनू के हिसाब से गर्भवती महिलाओ एवं बच्चो को पोषाहार वितरित नही किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 1 अप्रैल 2022 से पोषाहार सामग्री में परिवर्तन कर दिया तो विभाग द्वारा पिछले 5 माह से आंगनबाडी केन्द्रो पर गर्भवती महिलाओ एवं बच्चो को नियमानुसार पोषाहार सामाग्री वितरित क्यों नही की जा रही है और अप्रैल 2022 से अगस्त 2022 तक बच्चो में बांटी जाने वाली पोषाहार सामाग्री विभाग द्वारा कहां पर वितरित की गई। इस पूरे प्रकरण में भ्रष्टाचार की बू आती है और विगत पांच महिनो में सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्डो के अनुसार बच्चो को पोषाहार उपलब्ध नही करने के कारण कई लोगों द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रो पर नियुक्त कार्यकर्ताओ को बिना बजह परेशान किया गया व उनको मानसिक वेदना उठानी पडी। विधायक सिंघवी ने सरकार से मांग की है कि सरकार द्वारा निर्धारित समय पर आंगनबाडी केन्द्रो पर पोषाहार उपलब्ध नही कराने वाले दोषी अधिकारी व कर्मचारीयो के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की जाये तथा इन पांच माह के पूरे पोषाहार वितरण की विस्तृत जांच कराई जाये।