छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर सर्पदंश को उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर आपदा एवं सहायता की श्रेणी में किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निंदाई, गुढाई, कटाई व फसलों में पानी देते समय किसानों व मजदूरों के साथ सर्पदंश की घटनाएं घटित हो जाती है। प्रदेश में किसानों और मजदूरों की खेतों में काम करते समय सर्पदंश से असामयिक मृत्यु हो जाती है।
विधायक सिंघवी ने कहा कि सर्पदंश से किसानों व मजदूरों की मृत्यु हो जाने पर नियमों के अभाव में पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा नहीं मिल पाता है। मंड़ी प्रशासन व अधिकारियों द्वारा नियमों का हवाला देते हुए प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने से मना कर देते है। मंड़ी प्रशासन द्वारा लंबित प्रक्रिया अपनाने के कारण किसानों और मजदूरों के परिजनों को समय पर मुआवजा व सहायता राशि नहीं मिल पाती है, जिससे पीड़ित परिवार मुआवजे से वंचित हो जाते है। सिंघवी ने प्रदेश में सर्पदंश से मृत्यु होने पर किसानों व मजदूरों के परिजनों को चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने का प्रावधान आगामी बजट में दिए जाने की मांग की है।