आईपीओ
बारां 3 जुलाई। छबड़ा थानांर्गत ग्राम खोपर में मंदिर माफी की जमीन के साथ ही खाते की डेढ़ बीघा भूमि को धोखाधड़ी से बेचकर व पीड़ित को धमकाकर बेदखल किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा कोई सुनवाई नहीं करने पर जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर न्याय की मांग की है। खोपर निवासी शिवकरण योगी पुत्र रामप्रताप ने ज्ञापन में बताया कि उसके खाते एवं कब्जे काश्त की भूमि खसरा नम्बर 4/2 की 0.2529 हैक्टेयर भूमि ग्राम खोपर में स्थित है। उसके पास ही मंदिर माफी की 18 बीघा जमीन है। जिसे बेचान नहीं किया जा सकता। लेकिन उसका आरोपी प्रेमनारायण पुत्र रामनाथ गालव निवासी कांसल ने रामप्रसाद पुत्र रामगोपाल, उमेश पुत्र रामप्रसाद मीणा निवासी खेड़ला के नाम से एग्रीमेंट करवा दिया। जो गलत है। मंदिर माफी की जमीन का बेचान नहीं होने के बावजूद आरोपियों ने डरा धमकाकर हल्का पटवारी से मंदिर माफी की जमीन के बहाने प्रार्थी की जमीन की पैमाईश करवा ली। इस दौरान प्रार्थी को मौके पर नहीं बुलाया गया। उसकी डेढ़ बीघा जमीन को भी एग्रीमेंट में लेकर हड़प लिया गया। इस पर प्रार्थी ने पुलिस थाना छबड़ा में भी रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद डीएसपी छबड़ा को परिवाद देकर मामले से अवगत कराया गया। लेकिन वहां से भी निराशा ही हाथ लगी है। ऐसे में प्रार्थी को न्याय नहीं मिलने से उसके परिवार के समक्ष भूखों मरने की नौबत आ गई है। जबकि वह इस आराजी की पैमाईश 5 बार करवा चुका है। जिसमें भी डेढ़ बीघा भूमि को सही माना गया है। इससे पूर्व 14 जून 2021 को छीपाबडौद के हल्का पटवारी दीपक द्वारा पैमाईश की गई थी। जिसमें थोड़ी जमीन निकाली गई। उसका राजीनामा हो गया था। इसके बाद वहां गुरू गोरखनाथ मंदिर का निर्माण कराया गया। जिसके पिल्लर व राउंड बीम का कार्य किया जा चुका है। लेकिन पिछले 2 साल से किसी ने कुछ नहीं किया।
हथियारों के दम पर जमीन से बेदखल-
पीड़ित शिवकरण ने बताया कि 2 जून को खेरला के रामप्रसाद पुत्र रामगोपाल, सुरेश, रामप्रसाद व कैलाश मीणा निवासी गुराड़ी तथा 10-12 अन्य कार से प्रार्थी के खेत पर आए। जिनके पास धारदार हथियार व लठ थे। आरोपियों ने जबरन प्रार्थी की जमीन हांकने की कोशिश की। इस दौरान आरोपियों ने धमकाते हुए कहा कि अगर जमीन पर कदम रखा तो प्रार्थी के घर में घुसकर ऐसी घटना कारित करेंगे कि वह जिंदगी भर याद रखेगा। आरोपी बदमाश प्रवृति के हैं। इनके खिलाफ पूर्व में भी थाने में मामले दर्ज हैं। प्रार्थी के द्वारा पूर्व में मंदिर की छत नहीं डालने देने पर आरोपियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। लेकिन इनके खिलाफ अभी तक प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे उनके हौंसले बुलंद हैं। प्रार्थी व उसका परिवार भयग्रस्त है। इससे पूर्व 15 मई को भी आरोपी प्रार्थी के घर आए थे। जिन्होंने धमकाते हुए प्रार्थी द्वारा पूर्व में जो जमीन खरीदी गई थी, उसको बेचकर आधी रकम मांगीं। नहीं देने पर डेढ़ बीघा को भी कब्जे में ले लेगा। पीड़ित ने मांग की है कि मंदिर माफी की जमीन की फिर से पैमाईश करवाई जाए।
फोटो 1 बारां। एवं ज्ञापन की प्रतियां।