फसल बीमा क्लेम व मुआवजे की मांग को लेकर हजारों किसान ट्रेक्टरो के माध्यम से कृषि उपज मंडी में एकत्रित हुए। यहां से किसान एसडीएम कार्यालय पहुंचे और एसडीएम कार्यालय के बाहर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने राज्य सरकार सहित स्थानीय विधायक व मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एडीएम द्वारा किसानों से दूरभाष पर वार्ता के दौरान जन्माष्टमी के अवसर पर भजन कीर्तन करने की बात कहने पर किसान आक्रोशित हो गए और एसडीएम कार्यालय के बाहर ही
भजन कीर्तन करने बैठ गए। तत्पश्चात कांग्रेस नेता नरेश मीणा के कहने पर सभी किसानों ने रेलवे स्टेशन की ओर कूच कर दिया तथा गुगोर रेलवे फाटक पर लगभग एक घण्टे तक विरोध प्रदर्शन किया। यहां किसानों को किसान नेताओ ने संबोधित किया। तत्पश्चात सभी किसान रैली के रूप में एसडीएम कार्यालय के लिए रवाना हुए इसी बीच किसानों ने कस्बे के विद्युत विभाग कार्यालय के समीप अर्द्धनग्न होकर सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया और सरकार व स्थानीय विधायक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। यहां से किसान एसडीएम कार्यालय पहुंचे और ट्रेक्टरों से एसडीएम
कार्यालय के बाहर छबड़ा-सालपुरा मार्ग पर जाम लगा दिया। इसके बाद तहसीलदार द्वारा किसानों के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की और किसानों की मांग को लेकर एडीएम से किसानों की दूरभाष पर वार्ता करवाई। इसी बीच पुलिस अधिकारियों व कांग्रेस नेता नरेश मीणा ने समझाइश का प्रयास किया और किसानों से ट्रेक से दूर रहने की अपील की। इस पर किसान ट्रैक से हटकर फाटक पर खड़े हो गए और मंत्री व स्थानीय विधायक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। वहाँ धर्मा धाकड़ व उनके समर्थकों ने कांग्रेस नेता नरेश मीणा का समर्थन नहीं किया और धरना समाप्त कर चले गए।