
बारां 25 अक्टूबर। भारत सरकार की तीनों सार्वजनिक तेल कंपनियों के एलपीजी वितरकों द्वारा अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलन के प्रथम चरण में शनिवार को सभी वितरकों व उनके कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इसके बाद जिला कलेक्टर के माध्यम से पेट्रोलियम मंत्रालय सचिव को ज्ञापन प्रेषित किया। बारां डिस्ट्रिक्ट एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के सचिव धीरज कुमार तिवारी ने बताया कि आंदोलन का द्वितीय चरण 29 अक्टूबर को होगा। जिसमें सभी वितरक जिला मुख्यालयों पर मशाल या मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
सचिव तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को बारां डिस्ट्रिक्ट एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन फेडरेशन उपाध्यक्ष राजकुमार खींची के नेतृत्व में एडीएम भंवरलाल जनागल को ज्ञापन दिया गया। प्रतिनिधिमंडल में धीरज तिवारी, आदित्य जैन व आर्यन तिवारी आदि शामिल थे। तिवारी ने बताया कि आंदोलन के तृतीय चरण 6 नवंबर को होगा। जिसमें नो मनी-नो इंडेंट यानि न पैसा जमा करेंगे न इंडेंट करेंगे। अंतिम चरण में यदि एलपीजी वितरक के सेवा शुल्क एवं होम डिलीवरी प्रभार में वृद्धि नहीं की गई तो एलपीजी वितरक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा करेंगे। ज्ञापन में बताया गया कि देश के सभी वितरक अपनी मांगों को लेकर क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन करने के लिए विवश हैं। क्योंकि भारत सरकार द्वारा महंगाई के अनुपात में उनके द्वारा की जा रही होम डिलीवरी एवं प्रशासकीय शुल्क में लंबे समय से वृद्धि नहीं की गई है। जिससे वितरक अपनी बेहतर सेवा देने में कठिनाइयों का सामना कर रहा है। एसोसिएशन ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि उनकी मांगों को तुरंत स्वीकार नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ की जाएगी।
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