योग सत्र में मातृशक्ति ने सीखे आसन,प्राणायाम व ध्यान की विभिन्न विधाएं
स्वतंत्रता के अमृतमोत्सव पर 75 मिनट का विशेष योग सत्र
छीपाबडोद – स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रंखला में विद्या भारती के योग विभाग की ओर से मातृशक्ति के लिए रविवार को 75 मिनिट के विशेष योगाभ्यास सत्र का आयोजन संस्था द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर के सभागार में किया गया जिसमें आसन प्राणायाम व ध्यान की विभिन्न विधाओं का मातृशक्ति ने अभ्यास किया।संयोजक हरि सिंह गोचर ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ मां भारती के चित्र पर दीप प्रज्वलन व योग वंदना के साथ किया गया। अभ्यास सत्र में विभिन्न आसन सूक्ष्म क्रियाएं प्राणायाम व ध्यान विधाओं का अभ्यास कराते हुए विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र योग शिक्षा प्रमुख राजेंद्र शर्मा ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है तन मन को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योगाभ्यास आवश्यक है उन्होंने कहा कि स्वस्थ नारी,स्वस्थ परिवार,स्वस्थ परिवार स्वस्थ राष्ट्र का आधार है। योग तन मन में नई ऊर्जा उमंग का संचार करता है।योग को हमें दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनना चाहिए।योग न केवल शारीरिक बल्कि मन बुद्धि आत्मा को भी संतुलित बनाता है। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रंखला में 75 मिनट के विशेष योग सत्र में सभी मातृशक्ति ने उत्साह के साथ भाग लिया।आभार एवं शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। यह जानकारी प्रचार प्रमुख मेघराज नागर नागर द्वारा दी गई।