छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांगों को दी जा रही पेंशन में किए जा रहे फर्जीवाड़े की जांच कराए जाने की सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था, विधवा व दिव्यांग व्यक्तियों को दी जाने वाली पेंशन के करीब 52 हजार व्यक्तियों को फर्जी पेंशन लेने के लिए सरकार द्वारा उन्हें चिन्हित कर उनसे पेंशन के रूप में ली गई राशि की वसूली की जा रही है। फर्जी पेंशन बनाने के कार्य को अंजाम देने में बहुत सारी ऐजेंसी, दलाल और संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों का योगदान रहा है।
सिंघवी ने कहा कि प्रदेश के करीब सभी जिलों में इस तरह की फर्जी पेंशन बनाई गई है। राजस्थान में सबसे अधिक फर्जी पेंशन बारां जिले में बनाई गई है। पेंशन के फर्जीवाड़े में अब तक प्रतिमाह लगभग तीन करोड़ रुपये के सरकारी खजाने को नुकसान पंहुचाया जा रहा है। सरकार इन पेंशनधारियों को परेशान करने की बजाय पेंशन में फर्जीवाड़ा करने वाली ऐजेंसियो के खिलाफ कार्रवाई कर सरकारी खजाने को हुए नुकसान की वसूली की कार्रवाई की जाएं।